अल्मोड़ा: अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब की पहाड़ी से उत्पन्न संकट का जल्द समाधान हो सकता है. भू-वैज्ञानिकों ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है, जिसका अध्ययन फिलहाल जारी है. जांच में पाया गया कि क्वारब की पहाड़ी 2010 से दरक रही है और अब स्थिति और भी गंभीर हो गई है.
वैज्ञानिकों ने निरीक्षण के दौरान सैटेलाइट से पहाड़ी की तस्वीरें ली हैं और पानी के रिसाव से संबंधित जानकारी भी जुटाई है. इन सभी तथ्यों के आधार पर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) उपचारात्मक कार्य के लिए डीपीआर तैयार करेगा.
क्वारब की पहाड़ी पिछले पंद्रह दिनों से लगातार लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है. पहाड़ी के दरकने से हर दिन यातायात बाधित हो रहा है, जिससे न केवल जाम की समस्या हो रही है, बल्कि खतरा भी बढ़ रहा है. तीन दिन पहले जीएसआई की टीम ने पहाड़ी का निरीक्षण किया था, जिसमें पाया गया कि पहाड़ी में गहरी दरारें बन चुकी हैं.
टीम ने दो दिन के भीतर रिपोर्ट जिलाधिकारी (डीएम) को सौंपने का आश्वासन दिया था. शनिवार को यह रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गई, जिसके आधार पर वैज्ञानिक प्रक्रियाओं के तहत पहाड़ी का उपचार किया जाएगा. प्रशासन, एनएच, और टीएचडीसी की टीमें रिपोर्ट के अध्ययन में जुटी हैं, और जीएसआई ने पहाड़ी के ट्रीटमेंट के लिए डीपीआर तैयार करना शुरू कर दिया है.
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