उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में स्थित किच्छा टोल प्लाजा शनिवार, 6 मार्च की देर रात एक हिंसक घटना ने सुर्खियां बटोरीं. इस घटना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं और टोल कर्मचारियों के बीच हुई तीखी नोकझोंक और मारपीट ने स्थानीय प्रशासन को हरकत में ला दिया.
(BJP leader assault tollworkers in Kichha Uttarakhand)
टोलकर्मियों का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने न केवल उनके साथ हाथापाई की बल्कि टोल ऑफिस में तोड़फोड़ भी की. वहीं, बीजेपी पक्ष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए टोल कर्मचारियों पर गलत व्यवहार और अनुचित मांगों का ठीकरा फोड़ा है. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
क्या हुआ था उस रात?
टोल कर्मचारी अजुन तिवारी ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि 6 मार्च को रात करीब 12:18 बजे, उनकी टीम नियमित ड्यूटी पर थी. तभी कुछ वाहन, जिनमें एक का नंबर यूके 06 बीबी 4141 था, टोल की लेन नंबर पांच में घुस आए. इन वाहनों में सवार लोगों ने जबरन बूम बैरियर को हटाने की कोशिश की. जब कर्मचारी रोहित राजपूत और सौरभ चौधरी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो वाहनों से उतरे लोगों ने खुद को लालपुर के मेयर का बेटा और ब्लॉक प्रमुख बताते हुए कर्मचारियों पर हमला बोल दिया.
शिकायत के मुताबिक, हमलावरों ने टोल कर्मियों के साथ मारपीट की और टोल ऑफिस में घुसकर वहां तोड़फोड़ मचाई. शिफ्ट इंचार्ज सौरभ चौधरी को भी निशाना बनाया गया. इसके बाद हमलावर गाली-गलौज करते हुए मौके से फरार हो गए. सूचना मिलते ही पहुंचे चौकी इंचार्ज के साथ भी धक्का-मुक्की की गई. पुलिस ने इस घटना के आधार पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 115(2), 119(2), 324(4), 351(3) और 352 के तहत मामला दर्ज किया है.
(BJP leader assault tollworkers in Kichha Uttarakhand)
बीजेपी का जवाबी दावा
इस मामले में बीजेपी सांसद प्रतिनिधि और ब्लॉक प्रमुख के पति विपिन जल्हौत्रा ने कार्यकर्ताओं का बचाव किया. उनका कहना है कि उस रात लालपुर की अध्यक्ष के बेटे और क्षेत्र पंचायत सदस्य अमृतपाल अपने मेहमानों के साथ किच्छा के एक कार्यक्रम से लौट रहे थे. टोल प्लाजा पर फास्ट टैग में तकनीकी खराबी के चलते कर्मचारी दोगुने नकद भुगतान की मांग कर रहे थे, जबकि फास्ट टैग में पर्याप्त राशि मौजूद थी.
जल्हौत्रा ने कहा, “जब अमृतपाल ने इस अन्याय का विरोध किया, तो टोल कर्मचारियों ने हमारे कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी और मारपीट शुरू कर दी. टोल प्रशासन अपनी कमियों को छिपाने के लिए हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा रहा है. हम इनसे डरने वाले नहीं हैं. जल्द ही टोल कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.”
(BJP leader assault tollworkers in Kichha Uttarakhand)
सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी ने इस मामले पर कहा, “टोल कर्मी की शिकायत के आधार पर किच्छा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच शुरू हो चुकी है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर सख्त कार्रवाई होगी. कानून तोड़ने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.” पुलिस का यह बयान संकेत देता है कि जांच के नतीजों पर सभी पक्षों की नजरें टिकी हैं.