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बागेश्वर में किशोरियों की पिटाई का वीडियो वायरल होने पर महिला आयोग ने लिया संज्ञान, सोशल मीडिया से वीडियो हटाने के निर्देश

उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट में दो किशोरियों के साथ बेरहमी से मारपीट करने का वीडियो वायरल होने के बाद महिला आयोग ने तुरंत संज्ञान लिया। वीडियो में चार युवक किशोरियों को बेरहमी से पीटते हुए और गालियां देते हुए नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर महिला आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित पुलिस अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर और चिंताजनक है, खासकर यह देखते हुए कि पहाड़ी क्षेत्र जैसे दूरस्थ इलाकों में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि आयोग ने बागेश्वर पुलिस के अधिकारियों से फोन पर संपर्क किया और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

पीड़ित किशोरियों की सुरक्षा और मदद

पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर ने बताया कि इस मामले में पीड़ित किशोरियों के परिजनों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, पॉक्सो एक्ट (Protection of Children from Sexual Offences Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, दोनों पीड़ित किशोरियों की काउंसलिंग भी की गई है, ताकि मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान किया जा सके। पुलिस ने पीड़ितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है और मामले में जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए काम कर रही है।

सोशल मीडिया पर वीडियो हटाने के निर्देश

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस क्रूर वीडियो को तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस वीडियो से किशोरियों की पहचान सार्वजनिक हो रही है, जो उनके लिए भविष्य में परेशानियों का कारण बन सकता है। कुसुम कंडवाल ने यह भी कहा कि आरोपी ने इस अपराध को अंजाम देकर और सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर समाज में आपराधिक मानसिकता को बढ़ावा दिया है, जो कि बेहद निंदनीय है। उन्होंने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से इस वीडियो को तुरंत हटाने का आदेश दिया, ताकि भविष्य में किशोरियों को मानसिक पीड़ा का सामना न करना पड़े।

समाज में जागरूकता की जरूरत

इस घटना ने समाज के भीतर एक बड़ा सवाल उठाया है कि किस तरह से कुछ असामाजिक तत्व किशोरों और किशोरियों के साथ इस प्रकार के जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए केवल कड़ी कानूनी कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि समाज में इस प्रकार के अपराधों के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी होगी। इस घटना के बाद महिला आयोग ने यह भी कहा कि अब से इस तरह के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके और समाज में भय का वातावरण बने।