उत्तराखंड में स्थित सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन यात्रा शुरू होने से ठीक पहले चमोली जिले में एक बड़ा हादसा हुआ। गोविंदघाट में निर्माणाधीन लोहे का एक मोटर पुल टूटकर गिर गया। इस पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा था, और यह पुल यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह अलकनंदा नदी को पार करने का मुख्य मार्ग था। इस पुल के टूटने से आगामी यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को मुश्किलें आ सकती हैं।
पुल टूटने की घटना
यह घटना 5 मार्च 2023 की सुबह करीब 10:15 बजे हुई थी, जब अचानक पहाड़ी की चट्टानें गिरने से पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। अलकनंदा नदी के ऊपर बने इस लोहे के पुल का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया। इस दुर्घटना के बाद, लोक निर्माण विभाग ने तत्काल स्थिति को संभालते हुए उस स्थान के पास एक वैली ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया था, ताकि यात्रा मार्ग बाधित न हो। हालांकि, बुधवार को एक और घटना घटी जब वैली ब्रिज के निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया।
लोक निर्माण विभाग की प्रतिक्रिया
लोक निर्माण विभाग के तकनीकी अधिकारियों ने इस पुल के टूटने का कारण विस्तार से बताया। उनका मानना था कि पुल के निर्माण के दौरान एक क्लैंप ठीक से जोड़ने में चूक हुई होगी, जिसके कारण पुल का 12 मीटर लंबा हिस्सा झुककर अलकनंदा नदी में गिर गया। अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा निर्माण कार्य के दौरान हुआ जब पुल के कॉम्पोनेंट्स जोड़ने के दौरान किसी तकनीकी कारण से क्लैंप ढीला हो गया।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। कोई भी यात्री या काम करने वाले मजदूर इस दुर्घटना की चपेट में नहीं आए। पुल टूटने के बाद लोक निर्माण विभाग ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए त्वरित कार्रवाई की और 10 से 15 दिनों के अंदर पुल की मरम्मत करने का आश्वासन दिया है।
हेमकुंड साहिब यात्रा पर प्रभाव
जैसा कि हर साल, 25 मई से श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होनी है, इस पुल का टूटना तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन सकता है। हेमकुंड साहिब जाने वाले श्रद्धालु इसी पुल के माध्यम से अलकनंदा नदी पार करते हैं। इस पुल के बिना यात्रा मार्ग बाधित हो सकता था, लेकिन लोक निर्माण विभाग की ओर से जो वैली ब्रिज का निर्माण शुरू किया गया है, उससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
भविष्य की योजना और मरम्मत का कार्य
लोक निर्माण विभाग ने पुल के टूटने के बाद जो त्वरित कदम उठाए हैं, वह बहुत ही सराहनीय हैं। विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में इस पुल की मरम्मत पूरी कर ली जाएगी और यात्रा के लिए सभी इंतजाम पूरे किए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कार्य में पूरी सुरक्षा के उपायों को ध्यान में रखते हुए फिर से पुल को मजबूत बनाने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा, विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए वैली ब्रिज के निर्माण में प्राथमिकता दी है। यह वैली ब्रिज अस्थायी होगा, लेकिन यात्रियों के आने-जाने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होगा। विभाग ने यह भी कहा कि 25 मई तक ब्रिज को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा और यात्रा में कोई विघ्न नहीं आएगा।
हर साल लाखों श्रद्धालु श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए आते हैं, और इस बार इस यात्रा की शुरुआत से पहले इस पुल के टूटने से एक बड़ा झटका लगा था। लेकिन लोक निर्माण विभाग की तत्परता और जल्द उठाए गए कदमों से यह संकट जल्दी ही हल हो जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए वैली ब्रिज की व्यवस्था की जा रही है, और पुल की मरम्मत का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। जल्द ही यह मार्ग पूरी तरह से यात्री यात्रा के लिए सुरक्षित हो जाएगा, और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।