उत्तराखंड में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने युवाओं और पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार के एक नए द्वार खोल दिए हैं। उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) ने एक विशेष योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत राज्य के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस योजना के तहत दुबई, सऊदी अरब, इजरायल, जर्मनी सहित कई देशों में युवाओं को नौकरी के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। उपनल के प्रबंध निदेशक जे एनएस बिष्ट ने जानकारी दी कि इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के बेरोजगार युवाओं और सेवानिवृत्त सैनिकों को बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है। यह पहल प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी सहायक होगी।
विदेशों में मांग के अनुसार होगा प्रशिक्षण
उपनल की इस योजना में खास बात यह है कि विदेशों में जिस प्रकार के कामों की मांग है, उसी के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जे एनएस बिष्ट के अनुसार- हमने उन क्षेत्रों की पहचान की है, जहां विदेशों में कुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। इन्हीं क्षेत्रों में युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। युवाओं को इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, मैकेनिकल, वेल्डिंग, हेल्थकेयर और अन्य तकनीकी क्षेत्रों में स्किल डेवेलपमेंट के लिए तैयार किया जाएगा। साथ ही, उन्हें इंटरव्यू की तैयारी, भाषा का प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय कार्य संस्कृति की जानकारी भी दी जाएगी, जिससे वे विदेश में आसानी से काम कर सकें।
देहरादून में खुलेगा विशेष प्रशिक्षण केंद्र
उपनल की योजना के तहत देहरादून में एक आधुनिक और सुविधायुक्त प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र में युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस केंद्र का उद्देश्य न केवल युवाओं को प्रशिक्षित करना है, बल्कि उन्हें एक ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जिससे वे सीधे विदेशों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकें। उपनल के एमडी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 50 प्रतिशत युवाओं और 50 प्रतिशत पूर्व सैनिकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि देश की सेवा कर चुके पूर्व सैनिकों को भी नया जीवनपथ मिलेगा।
रोजगार के साथ सुरक्षा भी
इस योजना की एक और खासियत यह है कि विदेश में नौकरी पर जाने वाले युवाओं की पूरी जानकारी उपनल के पास होगी। इससे विदेश में रहने वाले युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। उपनल की ओर से यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि विदेश में उन्हें उचित वेतन, आवास और अन्य सुविधाएं मिलें। उपनल के अनुसार, यह योजना पूरी तरह पारदर्शी होगी और युवाओं से कोई अतिरिक्त या गैरकानूनी शुल्क नहीं लिया जाएगा। योजना के अंतर्गत सरकारी और निजी कंपनियों के साथ करार किए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को भरोसेमंद संस्थानों में नौकरी मिल सके।
युवाओं में उत्साह, सरकार से सराहना की उम्मीद
इस योजना की घोषणा के बाद प्रदेश के युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है। कई युवाओं का मानना है कि यह एक बड़ा अवसर है, जिससे वे अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। युवाओं ने सरकार से उम्मीद जताई है कि यह योजना जल्द ही धरातल पर उतारी जाएगी और इसमें किसी तरह की देरी नहीं होगी। प्रदेश सरकार और उपनल के इस संयुक्त प्रयास से न केवल बेरोजगारी में कमी आएगी बल्कि उत्तराखंड का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन होगा। यदि योजना सही ढंग से लागू होती है, तो यह पूरे देश के लिए एक मॉडल बन सकती है।
उत्तराखंड में युवाओं और पूर्व सैनिकों को विदेशों में रोजगार के अवसर दिलाने की यह योजना एक सराहनीय कदम है। इससे न केवल रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उपनल की यह पहल निश्चित रूप से उत्तराखंड के युवाओं के लिए उम्मीद की एक नई किरण बनकर सामने आई है।