उत्तराखंड के चारधाम यात्रा से पहले साइबर ठग एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। खासकर केदारनाथ धाम की हेली टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर फर्जी विज्ञापन चलाकर ठग लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे हैं।
फर्जी विज्ञापन से शुरू हुई ठगी
चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले हेली टिकट की मांग काफी बढ़ गई है। केदारनाथ धाम की हेली टिकट बुकिंग की प्रक्रिया हाल ही में खुली, जिसमें मई तक के सभी टिकट पहले ही बुक हो गए हैं। इसके बाद साइबर ठगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर टिकट बुकिंग के विज्ञापन देना शुरू कर दिया। इन विज्ञापनों के माध्यम से ठग लोगों को झांसा देते हैं और उनसे आधार कार्ड की जानकारी, फोटो और अन्य निजी डिटेल्स मांगते हैं। बाद में, वह पैसे लेकर उनका टिकट बुक करने का दावा करते हैं और फिर धोखाधड़ी कर फरार हो जाते हैं।
साइबर अपराध शाखा सक्रिय
इस मामले में देहरादून में स्थित साइबर अपराध थाना ने मामला दर्ज किया है और ठगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के अधीन काम करने वाली साइबर अपराध शाखा ने 2023 से अब तक 76 फर्जी वेबसाइट्स को बंद कराया है, जिन पर चारधाम यात्रा के टिकट देने का झांसा दिया जा रहा था।
एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पिछले साल चारधाम यात्रा के हेली टिकट के नाम पर ठगी के मामले ज्यादा सामने आए थे। इन साइट्स पर फर्जी पोस्ट डालकर ठग श्रद्धालुओं से पैसे ऐंठ रहे थे। एसटीएफ ने हाल ही में दो ऐसी वेबसाइट्स को बंद किया, जिन पर केदारनाथ की हेली टिकट बुक करने का झांसा दिया जा रहा था। साथ ही 18 सोशल मीडिया पोस्ट की रिपोर्ट भी संबंधित प्लेटफॉर्म्स को भेजी गई है ताकि जल्द इन्हें हटाया जा सके।
कैसे बचें साइबर ठगी से
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और हेली टिकट बुकिंग की सही प्रक्रिया जानने के लिए श्रद्धालुओं को सतर्क रहना जरूरी है। यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अब शुरू हो चुका है और इसे सरकारी वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर किया जा सकता है। हेली टिकट के लिए heliyatra.irctc.co.in पर बुकिंग करनी होगी, जो अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू हो सकती है।
साथ ही, अगर किसी वेबसाइट या विज्ञापन पर संदेह हो, तो श्रद्धालुओं को तुरंत संपर्क करने से बचना चाहिए और संबंधित अधिकारियों से पुष्टि करनी चाहिए। किसी भी समस्या के लिए टोल-फ्री नंबर 0135-1364 पर 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है।
ध्यान रखें : फर्जी साइट्स से बचने के उपाय
केवल आधिकारिक वेबसाइट्स पर ही टिकट बुक करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान साइट्स से आने वाले विज्ञापनों से बचें। किसी भी प्रकार की निजी जानकारी देने से पहले साइट की सुरक्षा और प्रमाणिकता की जांच करें। किसी भी ऑनलाइन माध्यम से पैसा ट्रांसफर करने से पहले पूरी जानकारी और पुष्टि करें।
चारधाम यात्रा की तैयारियां
चारधाम यात्रा की शुरुआत के लिए तिथियां तय हो चुकी हैं। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को, केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। श्रद्धालुओं को यात्रा से पहले आधार प्रमाणित पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, प्रत्येक धाम पर दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करना भी जरूरी होगा। 2024 में चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 48 लाख श्रद्धालु आए थे। इस साल भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उम्मीद जताई जा रही है।
चारधाम यात्रा से पहले साइबर ठगों द्वारा हो रही ठगी से बचने के लिए श्रद्धालुओं को सतर्क रहना बहुत जरूरी है। अधिकारियों ने इस दिशा में कार्रवाई की है, लेकिन श्रद्धालुओं को भी अपनी जानकारी साझा करते वक्त सावधान रहना चाहिए और केवल प्रमाणित और आधिकारिक रास्तों से ही बुकिंग करनी चाहिए।