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AI से करियर को नई उड़ान : यूटीयू ने लॉन्च किया स्मार्ट प्लेसमेंट सॉफ्टवेयर, खुद कंपनी तक पहुंचेगा छात्रों का बॉयोडेटा

तकनीकी शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब एक नई क्रांति ला रहा है। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) ने एक ऐसा स्मार्ट प्लेसमेंट और इंटर्नशिप सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है जो छात्रों की योग्यता और नौकरी की जरूरतों के अनुसार उनके बॉयोडेटा को खुद-ब-खुद कंपनियों तक पहुंचाएगा।

यह सॉफ्टवेयर न सिर्फ छात्रों और कंपनियों के बीच सेतु बनेगा, बल्कि एआई तकनीक की मदद से कीवर्ड आधारित प्रोफाइल मैचिंग कर सही छात्र को सही कंपनी तक पहुंचाने का काम करेगा। यह प्रणाली नौकरी और इंटर्नशिप दोनों अवसरों के लिए काम करेगी और छात्रों को बार-बार अलग-अलग आवेदन भेजने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा।

AI कैसे करेगा छात्रों की मदद

इस स्मार्ट प्लेसमेंट सॉफ्टवेयर में एआई तकनीक छात्रों के बॉयोडेटा से महत्वपूर्ण कीवर्ड सर्च करता है, जैसे- तकनीकी कौशल, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव, रुचि के क्षेत्र आदि। फिर यह उन्हें सॉर्ट कर उन कंपनियों तक भेजता है जो ऐसे प्रोफाइल की तलाश में हैं। छात्रों को न तो बार-बार मेल करना पड़ेगा और न ही दर्जनों फॉर्म भरने होंगे। सिस्टम में ऑटोमेटिक एल्गोरिदम काम करता है, जो छात्रों के डेटा को प्रोसेस कर कंपनियों को सुझाव भेजता है। इसके बाद कंपनियां और छात्र आपस में संपर्क कर सकते हैं, इंटरव्यू शेड्यूल कर सकते हैं और जॉब ऑफर की प्रक्रिया आगे बढ़ा सकते हैं।

सॉफ्टवेयर की प्रमुख विशेषताएं

AI आधारित प्रोफाइल स्कैनिंग और ऑटोमैटिक कंपनी से कनेक्टिविटी, इंटर्नशिप और जॉब दोनों अवसर उपलब्ध, कंपनियों की रिक्तियों, पैकेज, चयन सूची की जानकारी रीयल टाइम में उपलब्ध, छात्र अपने अनुसार बॉयोडेटा कस्टमाइज कर सकते हैं, 500 से अधिक कंपनियां और 1200+ छात्र पहले ही रजिस्टर्ड।

छात्रों और संस्थानों के लिए कैसे काम करेगा सॉफ्टवेयर

यूटीयू के छात्रों के लिए यह सुविधा बिल्कुल निशुल्क है। वहीं अन्य निजी संस्थानों के छात्रों को ₹1000 का एकमुश्त रजिस्ट्रेशन शुल्क देना होगा। एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद छात्रों को लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिसके जरिए वे अपना बॉयोडेटा, स्किल्स, अनुभव और रुचियां अपलोड कर सकेंगे। प्राइवेट संस्थानों के छात्रों को यह सुविधा पाने के लिए अपने संस्थान के निदेशक के माध्यम से आवेदन करना होगा। इसके बाद विश्वविद्यालय की स्वीकृति के बाद वे भी इस डिजिटल प्लेसमेंट प्लेटफार्म का लाभ उठा सकेंगे।

लाइव डैशबोर्ड से मिलेगी पारदर्शिता

सॉफ्टवेयर में एक डायनामिक डैशबोर्ड भी उपलब्ध है, जिसमें रीयल टाइम में यह देखा जा सकता है कि : कितने छात्रों ने आवेदन किया, कितनी कंपनियों ने रिक्तियां पोस्ट की, कितने छात्रों को ऑफर मिल चुका है, अधिकतम और न्यूनतम पैकेज क्या रहा, किस सेक्टर में सबसे ज्यादा डिमांड है, इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और छात्रों को अपनी रणनीति तय करने में भी मदद मिलेगी।

छात्रों में दिखा भारी उत्साह

सॉफ्टवेयर के लांच होते ही छात्रों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। महज कुछ दिनों में ही 1200 से अधिक छात्र और 500 कंपनियां इस सिस्टम पर रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। खास बात यह है कि यह सॉफ्टवेयर न केवल टेक्निकल छात्रों के लिए है, बल्कि इसमें मैनेजमेंट, फार्मेसी, और अन्य प्रोफेशनल कोर्स के छात्र भी भाग ले सकते हैं। यूटीयू के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने कहा, AI आधारित स्मार्ट प्लेसमेंट सॉफ्टवेयर से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। यह सिस्टम पारंपरिक प्लेसमेंट प्रक्रिया को आसान बनाएगा और हर छात्र को योग्यता के अनुसार अवसर देगा। यह एक बड़ा कदम है, जिससे छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

इस पहल से उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय ने प्लेसमेंट और इंटर्नशिप की दुनिया में तकनीक के साथ एक नई शुरुआत की है। अब छात्रों को सही कंपनी तक पहुंचने के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि AI खुद उन्हें अवसर तक पहुंचाएगा। यह प्रणाली न केवल समय की बचत करेगी, बल्कि देश के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए भी एक मॉडल के रूप में काम कर सकती है।