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चारधाम यात्रा 2025: उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, ऑनलाइन पंजीकरण ने बनाया नया रिकॉर्ड

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर इस बार भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के दर्शन को लेकर ऑनलाइन पंजीकरण का आंकड़ा 17 लाख के करीब पहुंच चुका है। यह अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है।

राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम 5 बजे तक कुल 16,80,955 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया। इनमें यमुनोत्री के लिए 2,78,085, गंगोत्री के लिए 3,00,907, केदारनाथ के लिए 5,72,813 और बदरीनाथ के लिए 5,03,991 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। हेमकुंड साहिब के लिए भी 25,159 लोगों ने अब तक रजिस्ट्रेशन कराया है।

वेबसाइट और मोबाइल ऐप से हो रहा सबसे ज्यादा पंजीकरण

ज्यादातर लोग रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट और मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे हैं। 1581733 श्रद्धालुओं ने वेबसाइट के जरिए और 99219 ने मोबाइल ऐप से पंजीकरण किया है। निजी वाहनों की बात करें तो अब तक 23834 वाहन पंजीकृत हो चुके हैं, जबकि 34 कमर्शियल वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसके अलावा 23922 हेली टिकट भी बुक किए गए हैं।

पंजीकरण कैसे कराएं

चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए सरकार ने दो प्रमुख माध्यम उपलब्ध कराए हैं: वेबसाइट: registrationandtouristcare.uk.gov.in मोबाइल ऐप: TouristCare Uttarakhand.हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए टिकट बुक करने के लिए heliyatra.irctc.co.in पर विजिट किया जा सकता है। किसी भी समस्या की स्थिति में श्रद्धालु टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर 24 घंटे सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त 01352559898 और 01352552627 पर भी संपर्क किया जा सकता है।

चारधाम यात्रा की तिथियां

1- चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसी दिन यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले जाएंगे।

2- केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को

3- बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को

4- हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले जाएंगे।

पिछले साल का रिकॉर्ड और इस बार की तैयारी

2024 में चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 48 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। इस बार जिस तरह से शुरुआत से ही रजिस्ट्रेशन में तेजी देखी जा रही है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह संख्या इस वर्ष पार हो सकती है। पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया है कि रजिस्ट्रेशन आधार से प्रमाणित करें और सही मोबाइल नंबर दर्ज करें। साथ ही, दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करना भी अनिवार्य किया गया है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

मजदूरों को राहत : यमुनोत्री पैदल मार्ग पर बदला शुल्क

चारधाम यात्रा के प्रमुख मार्गों में शामिल यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जिला पंचायत ने डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर मजदूरों की मजदूरी में 1000 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। अब प्रति चक्कर उन्हें ₹3500 दिए जाएंगे, जबकि पहले ₹2500 मिलते थे। साथ ही, जिला पंचायत द्वारा वसूला जाने वाला प्रति चक्कर व्यवस्था शुल्क ₹100 घटाया गया है। यह फैसला जिला पंचायत प्रशासक दीपक बिजलवाण द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता महावीर पंवार और स्थानीय निवासियों की मांग पर लिया गया है। इससे न सिर्फ मजदूरों को राहत मिलेगी बल्कि तीर्थयात्रियों को भी बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव बन चुका है। रिकॉर्ड पंजीकरण यह दर्शाता है कि श्रद्धालुओं का उत्साह इस बार चरम पर है। प्रशासन और सभी संबंधित विभाग यात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं, जिससे कि यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए सुगम, सुरक्षित और यादगार बन सके।