उत्तरकाशी के मणिकर्णिका घाट पर एक बेहद दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां रील बनाने की कोशिश एक महिला के लिए जानलेवा साबित हुई। नदी के किनारे रील बनाते समय महिला का पैर फिसल गया और वह बहाव में बह गई। इस पूरे घटनाक्रम को उसकी मासूम बेटी देखती रही, जो बार-बार चिल्ला रही थी – “मम्मी… मम्मी…!”
रील बनाते वक्त हुआ हादसा
घटना 14 अप्रैल की है। नेपाली मूल की 35 वर्षीय महिला, विशेषता, अपनी बेटी के साथ मणिकर्णिका घाट पर आई थी। महिला ने अपनी बेटी को मोबाइल थमाकर खुद का वीडियो बनाने को कहा। वह घाट के पास नदी के बेहद करीब खड़ी थी, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह भागीरथी नदी में गिर गई। नदी का बहाव इतना तेज था कि वह कुछ ही पलों में आंखों से ओझल हो गई।
बच्ची चीखती रही, लोग सन्न
इस दर्दनाक दृश्य को महिला की बेटी कैमरे में कैद कर रही थी। मां को पानी में बहते देख वह चिल्लाने लगी, लेकिन कोई उसे बचा नहीं पाया। घाट पर मौजूद लोग भी हक्का-बक्का रह गए। तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सूचना पर पुलिस, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) और क्यूआरटी की टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीमों ने जोशियाड़ा बैराज की झील समेत आसपास के क्षेत्रों में बोट के जरिए तलाशी अभियान चलाया, लेकिन खबर लिखे जाने तक महिला का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
हादसा बना चेतावनी
यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक बड़ी चेतावनी भी है। सोशल मीडिया पर रील बनाने की होड़ कई बार जान पर भारी पड़ जाती है। उत्तरकाशी प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे या खतरनाक जगहों पर इस तरह की गतिविधियों से बचें और सावधानी बरतें।
यह दुखद घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि सोशल मीडिया की दुनिया में ‘लाइक्स’ और ‘फॉलोअर्स’ से कहीं ज़्यादा कीमती होती है ज़िंदगी।