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ग्रामीण पर हमला कर रहे गुलदार की मौत, हमला करते वक्त फिसला, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

उत्तराखंड में गुलदार का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। देहरादून जिले के कालसी प्रभाग के होरावाला रेंज में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जहां एक गुलदार ने ग्रामीण पर हमला किया, लेकिन खुद ही चट्टान से गिरकर मौत के घाट उतर गया। यह घटना गुरुवार को सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कालसी क्षेत्र में एक ग्रामीण अपने रोजमर्रा के काम में व्यस्त था, तभी झाड़ियों से अचानक गुलदार ने उस पर हमला बोल दिया। ग्रामीण ने बचाव की कोशिश की, और इसी बीच गुलदार असंतुलित होकर पास की चट्टान से नीचे जा गिरा। गिरने से गुलदार की मौके पर ही मौत हो गई।

वन विभाग ने लोगों को किया सतर्क

इस घटना के बाद वन विभाग तुरंत सक्रिय हुआ और क्षेत्र के लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई। खासतौर से गरुड़ तहसील क्षेत्र में, जहां गुलदार की सक्रियता बढ़ती जा रही है, वन विभाग ने लाउडस्पीकर से घोषणाएं कर लोगों को जागरूक किया। वन अधिकारियों ने कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष तेजी से बढ़ रहा है और इसका मुख्य कारण जंगलों में मानव हस्तक्षेप है।

बैजनाथ वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह गुसाईं और वज्यूला के रेंजर केवलानंद पांडे के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में बताया गया कि लोगों को रात के समय अकेले बाहर नहीं निकलना चाहिए और सुबह-सुबह भी सतर्क रहना चाहिए। किसी भी संदिग्ध आवाज या हरकत की सूचना तत्काल वन विभाग को देने को कहा गया।

लगातार बढ़ रहा है गुलदार का आतंक

गरुड़ क्षेत्र के टीटबाजार, शीतला माता मंदिर, और मटेना-सिल्ली मोटरमार्ग के पास गुलदार की बार-बार मौजूदगी दर्ज की गई है। लोगों ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले गुलदार सड़क पार करते देखा गया था, जिससे स्थानीय निवासियों में भय व्याप्त है। इन घटनाओं को देखते हुए क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।

ट्रैप कैमरों से रखी जाएगी नजर

गुलदार की गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए वन विभाग ने ट्रैप कैमरे लगाने की योजना बनाई है। प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव मर्तोलिया ने सभी रेंज अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गुलदार की बार-बार मौजूदगी वाले क्षेत्रों में ट्रैप कैमरे तत्काल स्थापित किए जाएं। इससे गुलदार के मूवमेंट और व्यवहार पर नजर रखी जा सकेगी।

लोगों की मांग है कि क्षेत्र में पिंजरा भी लगाया जाए ताकि गुलदार को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जा सके। डीएफओ ध्रुव मर्तोलिया ने बताया कि अगर घटनाएं इसी प्रकार बनी रहीं, तो मुख्य वन संरक्षक को पत्र लिखकर क्षेत्र में पिंजरा लगाने की अनुमति मांगी जाएगी।

वन विभाग की अपील

वन विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे जंगल के आसपास सतर्क रहें, अकेले न जाएं और अंधेरे में घरों से बाहर न निकलें। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां गुलदार अक्सर दिखाई दे रहे हैं, वहां बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

इस बीच, वन विभाग की टीम लगातार निगरानी में जुटी है और उम्मीद की जा रही है कि सुरक्षा के और मजबूत उपाय जल्द किए जाएंगे। ग्रामीणों ने भी वन विभाग से अधिक सहायता और उपकरण मुहैया कराने की मांग की है।