Homeउत्तराखण्डभिकियासैंण में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे लोग

भिकियासैंण में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे लोग

भिकियासैंण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग को लेकर मंगलवार को लोगों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया. महिलाओं, पुरुषों और बुजुर्गों ने नारेबाजी करते हुए बाजार में जुलूस निकाला और तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया. सात घंटे तक चले इस आंदोलन के बाद शाम पांच बजे एसडीएम सीमा विश्वकर्मा के समझाने पर लोग माने.
(Bhikiyasain People Demand Specialist Doctors)

पिछले एक हफ्ते से सीएचसी भिकियासैंण में विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्टाफ की नियुक्ति, ऑक्सीजन प्लांट चालू करने जैसी मांगों को लेकर लोग क्रमिक अनशन पर बैठे थे. इन समस्याओं का समाधान न होने से मंगलवार को लोगों का आक्रोश भड़क उठा. सुबह सीएचसी परिसर में सैकड़ों लोग जमा हुए. आम जन संघर्ष समिति के बैनर तले लोगों ने सीएचसी से जुलूस शुरू किया और बाजार से होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे. वहां शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. लोगों ने जन गीत गाकर भी प्रशासन को चेतावनी दी और अपनी मांगें दोहराईं. इसके बाद तहसील कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया.

स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाल स्थिति

आंदोलनकारियों का कहना था कि क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत बहुत खराब है. स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधा के लिए ग्रामीणों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. उनका आरोप था कि न तो सरकार और न ही प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान कर रहा है. लोगों ने कहा कि भिकियासैंण सीएचसी सल्ट, स्याल्दे, चौखुटिया और ताड़ीखेत क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों का केंद्र है, लेकिन इसकी हालत जर्जर बनी हुई है. 31 मार्च को यह सीएचसी पीपीपी मोड से हटकर सरकारी संचालन में आ गई, लेकिन यहां एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर की तैनाती नहीं हुई. ओपीडी चलाने के लिए भी पाली, स्यालकोट और विनायक अस्पतालों से डॉक्टरों को अस्थाई तौर पर भेजा जा रहा है.
(Bhikiyasain People Demand Specialist Doctors)

सीएमओ पर देरी का आरोप

ग्रामीणों ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने दोपहर एक बजे वार्ता का समय दिया था, लेकिन वह ढाई घंटे देरी से पहुंचे. इसके बाद सीएमओ ने ग्रामीणों से बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग जल्द से जल्द डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग पर अड़े रहे. देर शाम तक अधिकारियों के साथ उनकी वार्ता चलती रही.

स्वास्थ्य विभाग ने मांगा एक हफ्ते का समय

एसडीएम सीमा विश्वकर्मा के हस्तक्षेप के बाद आंदोलनकारी सीएमओ डॉ. आरसी पंत से वार्ता के लिए तैयार हुए. समिति ने एक हफ्ते तक आंदोलन स्थगित करने का फैसला लिया. समझौते में तय हुआ कि सात दिन के भीतर सीएचसी में नियमित प्रभारी चिकित्साधिकारी की नियुक्ति होगी. साथ ही पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट, जनरल सर्जन, स्त्री एवं बाल रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, ओटी टेक्नीशियन और पांच स्टाफ नर्स की तैनाती भी की जाएगी. रानीखेत से रोटेशन के आधार पर एक सर्जन, एक गायनेकोलॉजिस्ट और एक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ की सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके बाद लोग शांत हुए, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन फिर शुरू होगा.
(Bhikiyasain People Demand Specialist Doctors)

-काफल ट्री लाइव डेस्क