हल्द्वानी: कोरोना महामारी के बाद से मिठाई के कारोबार में भारी गिरावट देखी गई है, जिसका असर मिठाई के डिब्बे बनाने वाले पैकेजिंग उद्योग पर भी पड़ा है. लोग अब सेहत के प्रति अधिक सजग हो गए हैं और मिठाइयों का सेवन कम करने लगे हैं.
शुगर की बढ़ती समस्या और मिलावट की खबरें भी मिठाई की खपत में कमी का मुख्य कारण बन रही हैं. इसका सीधा असर स्थानीय पैकेजिंग उद्योगों पर भी पड़ा है, जिन्हें मिठाई के डिब्बों की मांग में कमी का सामना करना पड़ रहा है.
महामारी के बाद मिठाई की बिक्री में कमी के कारण पैकेजिंग डिब्बों की मांग में 20 से 30% की गिरावट आई है. हीरा पैकर्स के मालिक श्याम लोहानी के अनुसार, उनकी कंपनी पूरे कुमाऊं क्षेत्र में मिठाई के डिब्बों की सप्लाई करती है, लेकिन पहाड़ी इलाकों से पलायन के कारण वहां बिक्री पर असर पड़ा है. वहीं, दीपक बॉक्स इंडस्ट्रीज के मालिक प्रताप सिंह राणा ने बताया कि उनके व्यवसाय में कोरोना के बाद 50% तक की गिरावट आई है.
हल्द्वानी के भूखनलाल स्वीट्स के मालिक ने भी अपने व्यवसाय में 25 से 35% तक की गिरावट की पुष्टि की है. हालांकि, उनका कारोबार अब भी ठीक चल रहा है, लेकिन उन्होंने बताया कि लोग अब मिठाई की बजाय ड्राई फ्रूट्स को प्राथमिकता दे रहे हैं. मिलावट की बढ़ती चिंताओं के कारण भी मिठाई की मांग में कमी आ रही है.
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