Homeउत्तराखण्डएसटीएच में कंपनी की मनमानी से आईसीयू सेवाएं बाधित

एसटीएच में कंपनी की मनमानी से आईसीयू सेवाएं बाधित

हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में 12 आईसीयू और 30 ऑक्सीजन बेड की नई यूनिट का दिसंबर 2023 तक एसटीएच प्रबंधन को हस्तांतरण होना था. लेकिन निर्माण कंपनी की मनमानी के कारण अभी तक यूनिट अस्पताल प्रबंधन को सौंपा नहीं जा सका है. लगभग एक साल बीत जाने के बाद भी यूनिट के कमरे में ताला लगा हुआ है. कॉलेज प्रबंधन द्वारा कंपनी को आधे दर्जन से अधिक पत्र भेजे जा चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.

कोरोना काल में एसटीएच में आईसीयू और बेड की कमी को देखते हुए मेडिसिन आईसीयू के ऊपर 42 बेड की नई यूनिट बनाने का निर्णय लिया गया था. लगभग 2.5 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाली इस यूनिट में 12 आईसीयू बेड और 30 ऑक्सीजन बेड की योजना थी. इसके अलावा, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी कई सुविधाएं भी इस यूनिट में होनी थीं.

इस परियोजना का काम केंद्र सरकार की एचसीसी कंपनी को सौंपा गया था, और समझौते के अनुसार, दिसंबर 2023 तक इसका काम पूरा कर अस्पताल प्रबंधन को सौंपा जाना था. लेकिन कंपनी के अधिकारी लगातार देरी का रवैया अपना रहे हैं, और अब तक काम पूरा नहीं हुआ है. कॉलेज प्रबंधन कंपनी के प्रति असहाय नजर आ रहा है, क्योंकि कंपनी को भेजे गए पत्रों पर अभी तक कोई कार्यवाही या प्रतिक्रिया नहीं हुई है.

काफल ट्री लाइव के वाट्सएप्प ग्रुप से जुड़े : काफल ट्री लाइव वाट्सएप्प ग्रुप

यूट्यूब पर हमारी चुनिन्दा रपट देखें : काफल ट्री लाइव यूट्यूब
फेसबुक में हमें फॉलो करें : काफल ट्री लाइव फेसबुक
इंस्टाग्राम पर हमें फॉलो करें : काफल ट्री लाइव इंस्टाग्राम