चार धाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के प्रवेश द्वार के खुलने के साथ शुरू होगी। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा पर जाते हैं, जो भारत के चार प्रमुख तीर्थ स्थलों: गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को जोड़ती है। इन स्थानों का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व है और माना जाता है कि इन चार धामों की यात्रा करने से श्रद्धालुओं को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह यात्रा न केवल भारत से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। अगर आप भी इस बार चारधाम यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ जरूरी बदलावों और तैयारियों को जानना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
चारधाम यात्रा मार्ग में पहली बार बड़े बदलाव
इस बार यात्रा के मार्ग पर कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं। आईजी रेंज राजीव स्वरूप और यातायात निदेशक एनएस नपलच्याल ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि यात्रा मार्ग को सुपर 15 जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर का क्षेत्र 10 किलोमीटर रहेगा। इस व्यवस्था के तहत, हर सेक्टर में पुलिसकर्मी 24 घंटे गश्त और अन्य ड्यूटी करेंगे। यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन के लिए 6000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा, यात्रा की निगरानी के लिए पहली बार रेंज कार्यालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसकी कमान एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह के हाथ में होगी।
कंट्रोल रूम और सुरक्षा प्रबंधन
कंट्रोल रूम 24 घंटे काम करेगा, जिसमें एक डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, चार एसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल तैनात रहेंगे। इस कंट्रोल रूम में यात्रा के दौरान सभी सुरक्षा, यातायात, भीड़ प्रबंधन और आपदा से निपटने के उपायों की निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही, अन्य विभागों से तालमेल स्थापित करने के लिए एक विशेष डेस्क भी होगी। यात्रा मार्ग पर यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए एएसपी रैंक के नौ अधिकारियों को रूट प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक धाम में एक डीएसपी रैंक का अधिकारी तैनात किया जाएगा, जो वहां की सुविधाओं और व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा।
सीसीटीवी कैमरे और फोर्स की तैनाती
यात्रा मार्ग पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की कवरेज बढ़ाई जा रही है। सुरक्षा बल में डीएसपी, इंस्पेक्टर, एसआई, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल, महिला कांस्टेबल, होमगार्ड, पीआरडी और एसडीआरएफ जैसी इकाइयां शामिल हैं। कुल मिलाकर, 6000 से अधिक पुलिसकर्मी, होमगार्ड और पीआरडी कर्मचारी सुरक्षा और यातायात प्रबंधन में योगदान देंगे।
यातायात और पार्किंग प्रबंधन
यातायात व्यवस्था के लिए एक ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। साथ ही, नए एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद यमुनोत्री मार्ग पर अतिरिक्त ठहराव क्षेत्र और पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप की तर्ज पर, यात्रा मार्ग पर यात्रियों के ठहरने और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर पुलिस बल तैनात किया जा चुका है और कंट्रोल रूम में एक वेलफेयर अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा, जो पुलिस और अन्य सहायक टीमों की सुविधाओं का ध्यान रखेगा।
स्पेशल जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह को
पिछले साल की सफलता को देखते हुए, एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह को इस साल भी चारधाम यात्रा के यातायात प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें कंट्रोल रूम का प्रभारी बनाया गया है। उनके साथ एएसपी मुकेश ठाकुर तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे और डीएसपी पूर्णिमा गर्ग भी कंट्रोल रूम में तैनात रहेंगी। साथ ही, सीआईडी इंस्पेक्टर भरत सिंह, सतबीर बिष्ट और दूर संचार इंस्पेक्टर प्रमोद पेटवाल भी यात्रा मार्ग की निगरानी करेंगे।
चारधाम यात्रा की तैयारी में यह बदलाव न केवल सुरक्षा बढ़ाने के लिए हैं, बल्कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान बेहतर सेवाएं और सुविधाएं प्रदान करने के लिए भी हैं। यात्रा मार्ग पर तैनात किए गए अधिकारी, कर्मचारियों और नई व्यवस्था के तहत यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अगर आप इस बार चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो इन नए बदलावों को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाना फायदेमंद होगा।