उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास से सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में उन्होंने राज्य के विकास कार्यों और प्रशासनिक सुधारों को लेकर कई अहम निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने खासतौर पर उन कर्मचारियों का तबादला करने की बात की, जो एक ही स्थान पर तीन साल से जमे हुए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली को तेज करने और आगामी चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए भी कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने दिए विकास कार्यों के लिए दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने वर्चुअल बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने सभी जिलों में सार्वजनिक सेवा की डिलीवरी को सुधारने, सड़कों को गड्ढा मुक्त करने और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान देने की बात की। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जन शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द करें और इसके लिए नियमित रूप से जनता दरबार, तहसील दिवस, और बीडीसी की बैठकों का आयोजन करें। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर बहुउद्देशीय शिविर लगाने की योजना बनाई जाए, जिससे लोगों को सीधे प्रशासन से जुड़े मुद्दों पर राहत मिल सके।
अतिक्रमण पर सख्ती और रिवर ड्रेजिंग पर जोर
मुख्यमंत्री धामी ने अतिक्रमण के खिलाफ नियमित अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा, बरसात से पहले रिवर ड्रेजिंग और नालों की सफाई का कार्य पूरी तरह से पूरा करने की आवश्यकता जताई। साथ ही खाद्य पदार्थों की नियमित सैंपलिंग की बात भी मुख्यमंत्री ने की, ताकि जनता को सेहतमंद खाद्य पदार्थ मिल सकें।
चार धाम यात्रा के लिए व्यवस्थाओं का खाका
मुख्यमंत्री ने आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों पर भी जोर दिया। उन्होंने सभी संबंधित जनपदों में कंट्रोल रूम पूरी तरह से सक्रिय रखने का आदेश दिया। यात्रा मार्ग से जुड़े सभी जनपदों में ट्रैफिक व्यवस्था और श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं का खास ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि वे यात्रा मार्ग का नियमित स्थलीय निरीक्षण करें ताकि कोई भी समस्या सामने न आए।
तीन साल से एक ही स्थान पर तैनात कर्मियों का होगा तबादला
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन कर्मचारियों की तैनाती एक ही स्थान पर तीन साल से अधिक समय से हो चुकी है, उनका जल्द से जल्द स्थानांतरण किया जाए। मुख्यमंत्री के इस आदेश का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना और कर्मचारियों को नई जगहों पर तैनात करके कार्य में नयापन लाना है। इससे प्रशासनिक सुधारों को और बल मिलेगा और राज्य में विकास की गति तेज होगी।
पेयजल और विद्युत आपूर्ति पर भी विशेष ध्यान
ग्रीष्मकाल में पेयजल की सुचारू आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने आदेश दिए। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो पेयजल टैंकरों की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही विद्युत आपूर्ति को निरंतर और सुचारू रखने के लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित की जाएं।
नैनीताल के जिलाधिकारी ने दिए प्रगति विवरण
बैठक के दौरान जिलाधिकारी नैनीताल वंदना ने जिले में 3 साल से अधिक समय से तैनात कर्मचारियों के स्थानांतरण की तैयारी के साथ ही ग्रीष्मकाल में होने वाली पेयजल, विद्युत समस्या और वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए की जा रही तैयारियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्होंने पर्यटन सीजन के दौरान पर्यटकों की सुविधा के लिए की गई यातायात व्यवस्था और शटल सेवा के बारे में भी जानकारी दी।
इसके अलावा, नैनीताल जिले की विभिन्न परियोजनाओं की वर्तमान प्रगति पर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने भवाली-कैचीधाम बायपास निर्माण, काठगोदाम-अमृतपुर बायपास निर्माण और हल्द्वानी-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत काठगोदाम निकट रकसिया नाले में मोटर पुल के निर्माण पर अपडेट दिया।
बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति
इस बैठक में मुख्यमंत्री धामी के साथ अपर मुख्य सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमन, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री की यह बैठक प्रशासनिक कार्यों के बेहतर संचालन और राज्य में विकास की गति को तेज करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।