एजेंसी: अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन की खोज ने कैंसर के इलाज के मार्ग को और आसान बना दिया है. इन दोनों वैज्ञानिकों को सोमवार को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया. माइक्रो आरएनए मुख्य रूप से कोशिकाओं को प्रोटीन निर्माण के लिए जीन के उपयोग की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है.
नोबेल सभा ने कहा कि इन अमेरिकी वैज्ञानिकों की खोज जीवों के विकास और उनकी कार्यप्रणाली के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित हो रही है. माइक्रो आरएनए पर किए गए शोध ने यह स्पष्ट करने में सहायता की है कि हमारे जीन मानव शरीर के भीतर कैसे कार्य करते हैं और यह मानव शरीर के ऊतकों को कैसे उत्पन्न करते हैं. इंसानी जीन डीएनए और आरएनए से निर्मित होता है, जिसमें माइक्रो आरएनए मूल आरएनए का एक हिस्सा होता है.
अब तक इंसानों में विभिन्न प्रकार के माइक्रो आरएनए के 1000 से अधिक जीनों की खोज की जा चुकी है. माइक्रो आरएनए के बिना मानव शरीर में कोशिकाओं और ऊतकों का विकास संभव नहीं है. इसमें होने वाले असामान्य परिवर्तन के कारण कैंसर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो सकता है.
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