हल्द्वानी: गौलापार क्षेत्र के खेड़ा और नवाड़खेड़ा में 19 लोगों को काटने वाला सियार रेबीज से ग्रसित पाया गया. बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) में सियार के सिर के सैंपल की जांच में रेबीज की पुष्टि हुई. जांच के बाद वैज्ञानिक ने बताया कि सियार अत्यधिक रेबीज से संक्रमित था. सभी घायलों को रेबीज से बचाव के लिए टीका लगवाने की सलाह दी गई है.
तीन अक्तूबर को हल्द्वानी के खेड़ा और नवाड़खेड़ा क्षेत्रों में एक सियार ने 19 लोगों को काट लिया था. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा में सियार को लाठी-डंडों से पीटकर मार डाला था. वन विभाग की टीम ने सियार के शव का पोस्टमार्टम कराया और सिर का सैंपल जांच के लिए IVRI बरेली भेजा.
IVRI के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अभिजित पावड़े ने बताया कि 5 अक्तूबर को संस्थान को सियार का सैंपल प्राप्त हुआ था, जिसमें रेबीज वायरस की मौजूदगी पाई गई. रिपोर्ट हल्द्वानी वन विभाग को भेज दी गई है, और सभी घायलों को अनिवार्य रूप से रेबीज का टीका लगवाने की सिफारिश की गई है.
काफल ट्री लाइव के वाट्सएप्प ग्रुप से जुड़े : काफल ट्री लाइव वाट्सएप्प ग्रुप
यूट्यूब पर हमारी चुनिन्दा रपट देखें : काफल ट्री लाइव यूट्यूब
फेसबुक में हमें फॉलो करें : काफल ट्री लाइव फेसबुक
इंस्टाग्राम पर हमें फॉलो करें : काफल ट्री लाइव इंस्टाग्राम