Homeउत्तराखण्डततैयों के हमले से पंद्रह दिनों में दूसरी मौत

ततैयों के हमले से पंद्रह दिनों में दूसरी मौत

बागेश्वर: जिले में गुलदार के हमलों के बाद अब ततैयों के हमले भी बढ़ने लगे हैं. कपकोट में पिछले 15 दिन में दूसरी मौत हुई है, जब एक युवक को ततैयों ने काट लिया. 24 सितंबर को दोबाड़ में एक युवक पर ततैयों ने हमला किया था. इस घटना के बाद लोग अभी भी हतप्रभ थे कि बैसानी में एक और घटना सामने आई.

पहाड़ों में खेती करना लगातार मुश्किल होता जा रहा है. गुलदार, जंगली सुअर, बंदर, सांप, और अब ततैयों का खतरा बढ़ गया है. कपकोट में 15 दिन के भीतर दो घटनाएं घट चुकी हैं. कपकोट के कर्मी, 35 वर्षीय रमेश सिंह दुबड़िया, जो कि दोबाड़ निवासी हैं, अपनी ससुराल तोली गए थे.

24 सितंबर को वह एक पेड़ पर चढ़कर अखरोट तोड़ रहे थे, तभी ततैवों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया. चेहरे और सिर पर कई जगह काटने से रमेश की हालत गंभीर हो गई और जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.

बुधवार को एक और घटना हुई, जिससे खेतों में काम कर रहे महिलाएं और पुरुष दहशत में हैं. पहले ततैयों और बंदरों के काटने पर मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं था, लेकिन पिछले दो महीने से सरकार ने इस पर मुआवजा देने का निर्णय लिया है. हालांकि, कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है.

बागेश्वर के रेंजर एसएस करायत ने बताया कि दो महीने पहले ही ततैयों और बंदरों के काटने पर मौत होने पर छह-छह लाख का मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है. बैसानी की घटना में मुआवजा मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर ही दिया जाएगा.

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