Homeउत्तराखण्डहल्द्वानी में सौर ऊर्जा से बदला बिजली खपत का समीकरण

हल्द्वानी में सौर ऊर्जा से बदला बिजली खपत का समीकरण

हल्द्वानी: महंगे बिजली बिलों से निजात पाने के लिए हल्द्वानी के लोग सौर ऊर्जा का सहारा ले रहे हैं. सोलर प्लांटों द्वारा उत्पन्न बिजली से लोगों की जेबें तो बच रही हैं, वहीं ऊर्जा निगम को भी इससे बड़ी राहत मिली है. लोगों की ऊर्जा निगम पर निर्भरता में कमी आने से बिजली खपत का गणित बदल गया है. हल्द्वानी में सौर ऊर्जा के बढ़ते उपयोग से दिन में होने वाली बिजली कटौती भी समाप्त हो गई है.

हल्द्वानी में अब तक विभिन्न क्षमताओं के 2,567 सोलर प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं, जिसमें घरेलू और व्यावसायिक दोनों प्रकार के प्लांट शामिल हैं. इनसे हर माह औसतन पांच लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है. सौर ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि से लोगों की ऊर्जा निगम पर निर्भरता तेजी से कम हो रही है. ऊर्जा निगम के आंकड़ों के अनुसार, हल्द्वानी में पचास हजार उपभोक्ताओं के लिए हर महीने 21 मिलियन यूनिट बिजली की मांग होती है.

सोलर प्लांट स्थापित होने से पहले, कुल बिजली खपत में 60 प्रतिशत दिन के समय होती थी, लेकिन वर्तमान में यह आंकड़ा केवल 40 प्रतिशत रह गया है. इससे दिन में होने वाली बिजली कटौती से लोगों को काफी राहत मिली है, हालांकि रात में कटौती का संकट अभी भी बना हुआ है. रात में कंट्रोल रोस्टिंग की आवश्यकता पड़ रही है.

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